NIOS| SOCIAL SCIENCE (213)| SOLVED PAPER – (JAN-FEB) - 2021| SECONDARY| HINDI MEDIUM

NIOS| SOCIAL SCIENCE (213)| SOLVED PAPER – (JAN-FEB) - 2021| SECONDARY| HINDI MEDIUM

सामाजिक विज्ञान
(213)
समय: 3 घण्टे
पूर्णांक: 100

 

निर्देश:

(1) सभी प्रश्न अनिवार्य हैं और प्रत्येक प्रश्न के अंक उसके सामने दिये गये हैं।

(2) बहुविकल्पीय प्रश्नों के चार-चार विकल्प दिये गये हैं। आप सही विकल्प चुनिये और अपनी उत्तर-पुस्तिका में लिखिये।

(3) दिये गये मानचित्र को उत्तर-पुस्तिका के साथ संलग्न कीजिए।

 

1. 'मेसोपोटामिया की सभ्यता' निम्नलिखित नदियों में से किन के बीच स्थित थी?              1

(A) दलजा और फरात

(B) गंगा और यमुना

(C) कृष्णा और कावेरी

(D) कांगो और नील

2. मंगल पाण्डे का संबंध निम्नलिखित शहरों में से किस से है?      1

(A) बैरकपुर

(B) मेरठ

(C) दिल्ली

(D) आगरा

3. भारत की मुख्य भूमि का दक्षिणतम बिंदु है -         1

(A) तिरुवनन्तपुरम

(B) इंदिरा प्वाइन्ट

(C) कन्याकुमारी

(D) तूतीकोरीन

4. निम्नलिखित वर्षों में से किस वर्ष में फ्रांसीसी क्रांति हुई?         1

(A) 1780

(B) 1789

(C) 1798

(D) 1790

5. 'हड़प्पा सभ्यता' की 'नगर योजना' की किन्हीं दो विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।     2x1=2

उत्तर:- नगर नियोजन की मुख्य विशेषताएं इस प्रकार थीं:-

(i) प्रत्येक शहर को दो भागों में विभाजित किया गया था - उठा हुआ क्षेत्र जिसे 'गढ़' और 'निचला शहर' कहा जाता है।

(ii) मुख्य सड़कें ग्रिड पैटर्न का अनुसरण करती हैं जो उत्तर से दक्षिण या पूर्व से पश्चिम की ओर चलती हैं।

6. स्वामी दयानंद सरस्वती द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए गए किन्हीं दो सुधारों का उल्लेख कीजिए।        1+0.5+0.5=2

उत्तर:-दयानंद ने अंग्रेजी शिक्षा पर लॉर्ड मैकाले के दृष्टिकोण को एक भयानक आघात पहुँचाया। भारत की महिमा के पुनरुद्धार के लिए, दयानंद ने वैदिक शिक्षा पर जोर दिया जो नैतिकता पर आधारित थी। दयानंद ने शिक्षण संस्थान में उपचार की समानता की वकालत की। नैतिक आधारित शिक्षा की वकालत करने वाले छात्रों के चरित्र निर्माण पर जोर दिया जाना था। दयानन्द ने सत्यार्थ प्रकाश में लिखा है-

"बच्चों को अच्छी, अच्छी शिक्षा, चरित्र के बड़प्पन, व्यवहार के परिष्कार और प्रकृति की मिलनसारिता से सजाना माता-पिता, शिक्षकों और रिश्तेदारों का सर्वोच्च कर्तव्य है ..."

उन्होंने अच्छे, महान और दयालु शिक्षकों की भी भर्ती की, जिन्होंने अपने विषय में महारत हासिल की। तभी वह अपने छात्रों की नसों में नई ऊर्जा और जीवन शक्ति का संचार कर पाएगा। इस प्रकार, दयानन्द के अनुसार, शिक्षा का आदर्श वाक्य आत्म-नियंत्रण और चरित्र निर्माण था।

7. पश्चिमी घाट की किन्हीं दो विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।     2x1=2

उत्तर:- पश्चिमी घाट की विशेषताएं:-

(i) पश्चिमी घाट भारत के पश्चिमी तट के समानांतर चलते हैं।

(ii) तुंगभद्रा, कृष्णा, गोदावरी जैसी महत्वपूर्ण नदियों का उद्गम पश्चिमी घाट में है।

8. भारतीय संविधान में 'शोषण के विरुद्ध अधिकार' के अन्तर्गत दिए गये प्रावधानों की व्याख्या कीजिए।   2x1=2

उत्तर:- अनुच्छेद 24 में कहा गया है कि "चौदह वर्ष से कम उम्र के किसी भी बच्चे को किसी कारखाने या खदान में या किसी अन्य खतरनाक रोजगार में काम करने के लिए नियोजित नहीं किया जाएगा।" शोषण के खिलाफ मौलिक अधिकार की गारंटी सभी नागरिकों को दी गई है, जो खानों, कारखानों और खतरनाक परिस्थितियों में बाल श्रम को प्रतिबंधित करता है।

9. मध्यकाल के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था की किन्हीं चार विशेषताओं का वर्णन कीजिए।    4x1=4

उत्तर:- मध्यकालीन भारत में आर्थिक विकास:

(i) कृषि अच्छी तरह से विकसित थी।

(ii) कृषि उपज का बड़ा हिस्सा राजाओं और जमींदारों द्वारा प्राप्त किया जाता था।

(iii) जागीर प्रथा प्रचलित थी।

(iv) बिचौलियों ने उत्पादों की बिक्री को नियंत्रित किया।

10. संसार में ‘साम्राज्यवाद' के नकारात्मक प्रभावों को स्पष्ट कीजिए।        4x1=4

उत्तर:- दुनिया में 'साम्राज्यवाद' के नकारात्मक प्रभाव:

(i) उन्होंने उपनिवेशों में कृषि प्रधान अर्थव्यवस्था की सदियों पुरानी संरचना को तोड़कर और उन्हें व्यावसायिक फसलें उगाने के लिए मजबूर कर अपने ग्रामीण समाज की आत्मनिर्भरता को नष्ट कर दिया।

(ii) उन्होंने अपने लाभ के अनुसार भू-राजस्व नीतियां बनाईं और अत्यधिक भू-राजस्व एकत्र किया और भुगतान न करने पर किसानों को उनकी भूमि से बेदखल कर दिया। इसने एशिया और अफ्रीका के देशों के आर्थिक विकास के आधार को ही नष्ट कर दिया।

(iii) उन्होंने उपनिवेशों के पारंपरिक हस्तशिल्प और कुटीर उद्योग को बर्बाद कर दिया और कई लोगों को बेरोजगार कर दिया।

(iv) वे अपने उपनिवेशों के लोगों की तुलना में खुद को सामाजिक रूप से श्रेष्ठ और सांस्कृतिक रूप से अधिक उन्नत मानते थे।

11. 19वीं सदी में भारतीय समाज पर ब्रिटिश के प्रभावों को उजागर कीजिए।          4x1=4

उत्तर:- अंग्रेजों के भारत आने के बाद भारतीय समाज में कई बदलाव आए। 19वीं शताब्दी में कुछ सामाजिक प्रथाएं जैसे कन्या भ्रूण हत्या, बाल विवाह, सती प्रथा, बहुविवाह और कठोर जाति व्यवस्था अधिक प्रचलित हो गई। ये प्रथाएं मानवीय गरिमा और मूल्यों के खिलाफ थीं।

आर्थिक प्रभाव:

(i) भारत औद्योगिक इंग्लैंड का आर्थिक उपनिवेश बन गया।

(ii) भारतीय हथकरघा बुनाई उद्योग इंग्लैंड में औद्योगीकरण की चपेट में आ गया और अंततः ढह गया।

(ए) भारतीय हस्तशिल्प ने घरेलू और विदेशी दोनों बाजारों को खो दिया।

(iii) नीचे वर्णित भू-राजस्व प्रयोगों से किसानों को कठिनाई हुई:

(ए) लॉर्ड कॉर्नवालिस की स्थायी बंदोबस्त प्रणाली

(बी) रैयतवाड़ी और महलवारी व्यवस्था

(iv) जहाँ भूमिहीन मजदूरों की संख्या में वृद्धि हुई, वहाँ कृषि के व्यावसायीकरण ने श्रमिकों को बुरी तरह प्रभावित किया।

इससे एक नए साहूकार वर्ग का जन्म हुआ जहाँ किसानों का शोषण किया जाता था क्योंकि उन्हें साहूकारों से पैसा उधार लेना पड़ता था।

सामाजिक और सांस्कृतिक प्रभाव:

(i) सती, बाल विवाह, शिशुहत्या जैसे सामाजिक मुद्दों के बीच; स्वतंत्रता, समानता, स्वतंत्रता और मानवाधिकार जैसे विचार अंग्रेजों द्वारा लाए गए थे।

(ii) समाज में महिलाओं की स्थिति में सुधार के लिए विभिन्न कानूनी उपाय शुरू किए गए।

(iii) अंग्रेजों ने अंग्रेजी भाषा को भारतीय समाज में लाने में गहरी दिलचस्पी दिखाई।

(ए) स्थानीय भाषाओं को नजरअंदाज कर दिया गया

(iv) ब्रिटिश संसद ने 1813 का चार्टर अधिनियम जारी किया जिसके द्वारा भारत में पश्चिमी विज्ञान के प्रचार के लिए एक लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई।


(COMING SOON)


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