AHSEC| CLASS 12| HINDI (MIL) (MODERN INDIAN LANGUAGE)| QUESTION PAPER - 2016| H.S. 2ND YEAR
2016
HINDI
(MIL)
(MODERN
INDIAN LANGUAGE)
Full
Marks: 100
Pass
Marks: 30
Time:
Three hours
The
figures in the margin indicate full marks for the questions.
1. निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर उसके नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
रात
यों कहने लगा मुझ से गगन का चाँद,
आदमी
क्या अनोखा जीव होता है।
उलझनें
अपनी बनाकर आप ही फंसता,
और
फिर बेचैन हो जगता, न सोता है।
जानता
है तू, कि मैं कितना पुराना हूँ,
मैं
चुका हूँ देख मनु को जनमते-मरते, और लाखों बार तुझसे पागलों को भी चाँदनी में बैठे
स्वप्नों पर सही करते।
प्रश्न:
(क)
गगन का चाँद कवि से आदमी के सम्बन्ध में क्या कहता है? 1
(ख)
गगन का चाँद कवि के बारे में क्या जानता है? 1
(ग)
'उलझनें अपनी बनाकर आप ही फंसता' - अर्थ बताइए। 1
(घ)
कवि क्या देख चुके है? 1
(ङ)
अर्थ बताइए - अनोखा, मनु| 1
2. निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर उसके नीचे
दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
राष्ट्रीय
एकता के लिए हम धर्म को नहीं, बल्कि इसकी संकीर्ण भावना को बुरा और
त्याज्य समझते हैं। हमारी परिभाषा में कर्तव्य की भावना ही धर्म है। गांधीजी
राष्ट्रीयता में धार्मिक पक्ष को अत्यधित महत्व देते थे। उन्होंने राजनीति के साथ
धर्म को मिला दिया था। उन्होंने कहा है- 'मैं उपने राजनीतिक और अन्य सभी
कार्य-कलापों को धर्म से ही ग्रहण करता हूँ। मैं धार्मिक जीवन तब तक व्यतीत नहीं
कर सकता जब तक कि समाज में अपने लिए एक विशेष स्थान नही बना लेता हूँ और समाज में
अपना एक उच्च स्थान उस स्थिति में बना सकता हूँ जबकि मैं राजनीति में सक्रिय भाग
लूँ। गांधी जी के समान योगी अरविन्द, महामना मालवीय जी, लाला लाजपत राय, लोकमान्य
तिलक और गुरुदेव रवीन्द्र भी ईमानदारी सहित कर्तव्यपरायणता को राष्ट्रोत्रति और
राष्ट्रीय एकता के लिए आवश्यक मानते थे।
प्रश्न:
(क)
राष्ट्रीय एकता के लिए किसके त्याज्य मानना चाहिए? 2
(ख)
प्रस्तुत पंक्तियों के अनुसार धर्म क्या है? 2
(ग)
गांधीजी धर्म को किसके साथ मिला देता था? 1
(घ)
गांधीजी के अनुसार वे कब तक धार्मिक जीवन व्यतीत नहीं कर सकते? 3
(ङ)
राष्ट्रीय एकता के लिए ईमानदारी और कर्तव्यपरायणता की आवश्यकता क्यों है? 3
(च)
गांधीजी के विचारों को माननेवाले किन्हीं दो महानुभावों के नाम लिखिए। 2
(छ)
गद्दांश का एक उपयुक्त शीर्षक दीजिए। 1
(ज)
संधि विच्छेद कीजिए - 1
राष्ट्रोन्नति,
अत्याधिक
3. निम्नलिखित में से किसी एक पर निबन्ध
लिखिए: 10
(क)
राष्ट्रीय एकता
(भूमिका
- महत्व - उपाय - नई पीढ़ी की भूमिका - उपसंहार)
(ख)
समाचार पत्र
(भूमिका
- प्रकार- लाभ-हानि कर्तव्य उपसंहार)
(ग)
विज्ञान - वरदान है या अभिशाप
(प्रस्तावना
- अनिवार्यता - वरदान के रूप में अभिशाप-उपसंहार)
(घ)
बेरोजगारी
(प्रस्तावना
- कारण - हानियाँ - समाधान के उपाय - उपसंहार)
4. दहेज प्रथा की बुराई का उल्लेख करते हुए एक
समाचार पत्र के सम्पादक को पत्र लिखिए। 5
अथवा
जन्मदिन
की शुभकामना देकर मित्र के नाम पर एक पत्र लिखिए।
5. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
1×5=5
(क)
इलेक्ट्रॉनिक माध्यम क्या है?
(ख)
रिपोर्टर का मुख्य काम क्या है?
(ग)
माध्यम कितने प्रकार के हैं?
(घ)
प्रिंट माध्यम की किसी एक विशेषता बताइए ।
(ङ)
एक हिन्दी अखबार का नाम लिखिए।
6.
(क) गणतंत्र दिवस पर एक आलेख प्रस्तुत कीजिए। 5
अथवा
(ख) डायन जैसे अंधविश्वास पर एक फीचर लिखिए।
7. निम्नलिखित काव्यांश
को पढ़कर उसके नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए: 8
(क) हो जाए न पथ में रात कहीं,
मंजिल भी तो है दूर नहीं-
यह सोच थका दिन का पंथी भी जल्दी-जल्दी चलता है।
दिन जल्दी-जल्दी ढलता है,
बच्चे प्रत्याशा में होंगे।
नीड़ों से झाँक रहे होंगे -
यह ध्यान परों में चिड़ियों के भरता कितनी चंचलता है।
दिन जल्दी जल्दी ढलता है।
प्रश्न:
(i) 'हो जाए न पथ में रात कहीं' - यह शंका किसके मन में और
क्यों है? 2
(ii) दिन का थका हुआ पंथी कौन है? 2
(iii) बच्चे प्रत्याशा में क्यों है? 2
(iv) चिड़ियों के पंखों में चंचलता कब और क्यों आती है? 2
अथवा
(ख) छोटा मेरा खेत चौकोना
कागज का एक पन्ना,
कोई अन्धर कहीं से आया
क्षण का बीज वहाँ बोया गया।
कल्पना के रसायनों को पी
बीज गल गया निःशेषः
शब्द के अंकुर फूटे
पल्लव-पुष्पों से नमित हुआ विशेष।
प्रश्न:
(i) चौकोना खेत क्या है और कवि ने उसे क्यों चौकोना कहा है? 2
(ii) क्षण का बीज कवि कब और कैसे बोते हैं? 2
(iii) कल्पना के रसायनों से कौन-सा लाभ होता है? 2
(iv) शब्दों के अंकुर फूटने से क्या होता है? 2
8. निम्नलिखित में से
किसी एक काव्यांश को पढ़कर उसके नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए। 6
(क) मुझसे मिलने को कौन विकल?
मैं होऊ किसके हित चंचल?
यह प्रश्न शिथिल करता पद को, भरता उर में विहलता है।
प्रश्न:
(i) यह प्रश्न पद को क्यों शिथिल करता है?
2
(ii) यहाँ कवि के मन में निराशा क्यों भर गई है? 3
(iii) इन पंक्तियों के कवि कौन है? 1
(ख) तुलसी सरनाम गुलामु है राम को, जाकौ रूचै सो कहै कछु,
ओऊ।
मांगि कै खैबो, नसीत को सोइबो, लैंबोको एकु न दैबको दोऊ।।
प्रश्न:
(i) तुलसी ने 'सरनाम गुलाम है राम को' क्यों कहा है?
2
(ii) तुलसी के अनुसार रामभक्त कैसे होते है? इन पंक्तियों
के आधार पर लिखिए। 3
(iii) इन पंक्तियों की भाषा क्या है?
1
9. निम्नलिखित काव्यांशों
में किन्ही दो को पढ़कर उने नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए: 2×3=6
(क) कविता एक खिलता है फूलों के बहाने
कतिवा का खिलना भला फूल क्या जाने।
कविता का अर्थ फूल क्यों नहीं जानता है?
(ख) ममता के बादल की मंडराती कोमलता-क्योंकि भीतर पिरारी
हैं।
बहलाती सहलाती आत्मीयता बरदाश्त नहीं होती है।
- कवि को अत्यधिक अत्मीयतां क्यों अच्छी नहीं लगती है?
(ग) राख से लीपा हुआ चौका
अभी गीला पड़ा है।
- राख से लोपे हुए चौके की विशेषताएँ बताइए।
(घ) अब तक तो जिन्दगी में जो कुछ था, जो कुछ है
सहर्ष स्वीकारा है।
- आशय स्पष्ट कीजिए।
10. निम्नलिखित में
से किसी एक गद्यांश को पढ़कर उसके नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए: 8
(क) पैसा पावर है। पर उसके सबूत में आस-पास माल-टाल न जमा
हो तो क्या वह खाक पावर है। पैसे को देखने के लिए बैंक-हिसाब देखिए, पर माल-असवाब,
मकान- कोठी तो अनदेखे भी दीखते है। पैसे की उस 'पर्चेजिंग पावर' के प्रयोग में ही पावर
का रस है।
लेकिन नहीं। लोग संयमी भी होते है। वे फिजूल सामान को
फिजूल समझते हैं। वै पैसा बहाते नहीं है और बुद्धिमान होते है। बुद्धि और
संयमपूर्वक वह पैसे को जोड़ते जाते हैं, जोड़ते जाते है। वे पैसे की पावर को इतना
निश्चय समझते हैं कि उसके प्रयोग की परीक्षा उन्हें दरकार नहीं है। बस खूद पैसे के
जुड़ा होने पर उनका मन गर्व से भरा फूला रहता है।
प्रश्न:
(i)
'पर्चेजिंग पावर' का क्या अर्थ है? 2
(ii)
संयमी लोग क्या करते है? 2
(iii)
लोगों का मन कब गर्व से फूला रहता है? 2
(iv)
'पावर का रस' का क्या अर्थ है? 2
(ख)
चैप्लिन का भारत में महत्व यह है कि वह 'अंग्रेजों जैसे' व्यक्तियों पर हँसने का अवसर
देते है। चार्ली स्वयं पर सबसे ज्यादा तब हँसता है जब वह स्वयं को गर्वोन्मत, आत्मविश्वास
से लबरेज, सफलता, सभ्यता, संस्कृति तथा समृद्धि की प्रतिमूर्ति, दूसरों से ज्यादा शक्तिशाली
तथा श्रेष्ठ, अपने 'वजादपि कठोराणि' अथवा 'मृदुनि कुसुमादपि' क्षण में दिखलाता है।
तब यह इसलिए कि कुछ ऐसा हुआ ही चाहता है कि यह सारी गरिमा सुई चुभे गुब्बारे जैसी फुस्स
हो उठेगी।
अपने
जीवन के अधिकांश हिस्सों में हम चार्ली के टिली ही होते हैं जिसके रोमाँस हमेशा
पंक्चर होते रहते है। हमारे महानतम क्षणों में कोई भी हमें चिढ़ाकर या लात मारकर
भाग सकता है।
प्रश्न:
(i)
हमारे लिए चार्ली का क्या महत्व है? 2
(ii)
'हम चार्ली के टिली ही होते हैं' - कैसे? 2
(iii)
चार्ली स्वयं पर सबसे ज्यादा कब हँसता है? 2
(iv) कोई हमें लात मारकर कब भाग सकता है? 2
11. निम्नलिखित में
से किन्ही चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
3×4=12
(क) चार्ली चैप्लिन की फिल्मों की क्या विशेषताएँ हैं?
(ख) 'मानवीय संवेदना सबसे बढ़कर हैं' - 'नमक' कहानी के सन्दर्भ
में इस कथन को स्पष्ट कीजिए।
(ग) 'बाजार दर्शन' में किस बाजार के जादू की बात की गई है?
(घ) इन्दर सेना का परिचय प्रस्तुत कीजिए।
(ङ) शिरीष के साथ आरग्वध और पलाश की तुलना क्यों नहीं की
जा सकती?
पूरक पुस्तक (वितान : भाग - २)
12. निम्नलिखित में
से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर दीजिए: 2×2=4
(क) यशोधर बाबू हमेशा सरकारी कवार्टर में रहना क्यों पसन्द
करते थे? दो कारण लिखिए।
(ख) मुअनजो-दड़ो के लोग किन चीचों का व्यापार करते थे?
(ग) यशोधर बाबू को क्यों लगता है कि बच्चों का होना जरूरी
है?
13. निम्नलिखित में
से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर दीजिए: 3×2=6
(क) मुअनजों-दड़ो सभ्यता के सम्बन्ध में 'लो प्रोफाइल' शब्द
का प्रयोग क्यों किया गया है?
(ख) यशोधर बाबू के अकेलेपन के अहसास के क्या कारण है?
(ग) मुअनजो-दड़ो के बौद्धस्तूप का परिचय दीजिए।
14. यशोधर बाबू की चारित्रिक-विशेषताओं
को रेखांकित कीजिए। 5
अथवा
सिद्ध कीजिए कि मुअनजोदड़ो की सभ्यता प्रजा केन्द्रित
सभ्यता थी।
***
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